महाराष्ट्र: 80 साल के इस बुजुर्ग ने रोक दी बीजेपी की गाड़ी
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के रुझान लगभग स्पष्ट हो गए हैं. इसके मुताबिक बीजेपी को 2014 के मुकाबले कम से कम एक-चौथाई सीटों का नुकसान हो रहा है. दूसरी तरफ एनसीपी के सीटों की संख्या 50 के करीब जाती दिख रही है.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के रुझान लगभग स्पष्ट हो गए हैं. इसके मुताबिक बीजेपी को 2014 के मुकाबले कम से कम एक-चौथाई सीटों का नुकसान हो रहा है. दूसरी तरफ एनसीपी के सीटों की संख्या 50 के करीब जाती दिख रही है.
महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार बना ले जाएगी लेकिन मराठाओं के सबसे बड़े और बुजुर्ग नेता शरद पवार ने सत्ताधारी पार्टी के किले में छेद जरूर कर दिया है.
शरद पवार की उम्र 80 पार है. इसके बाद भी उन्होंने मौजूदा चुनाव में जिस तरह तरह से लड़ाई लड़ी है, रुझानों में जिस तरह से राज्य में बीजेपी की गाड़ी थमती नज़र आ रही है उसमें इस मराठा क्षत्रप का बड़ा रोल है.
फ़िलहाल महाराष्ट्र विधनसभा चुनाव के जो रुझान आ रहे हैं उससे इतना साफ़ है कि वहां भारतीय जनता पार्टी को निजी तौर पर बड़ा नुक़सान हो रहा है.
2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को राज्य में 122 सीटें मिली थीं लेकिन इस बार के रुझान में वो सौ सीट भी पार नहीं कर पा रही है.
माधवराव एक उत्तम क्रिकेटपटू आणि यशस्वी उद्योजक म्हणून सर्वश्रुत होतेच, परंतु अत्यंत दिलखुलास आणि साहित्यिक व्यासंग असणारे असे त्यांचे व्यक्तित्व होते. त्यांच्या मित्रमंडळातील गप्पांमध्ये काही प्रसंगी मलाही सामील होऊन ही समृद्धता अनुभवता आली.— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) October 22, 2019
ये तब हो रहा है जब महाराष्ट्रा के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने स्थानीय मुद्दों को किनारा करते हुए राष्ट्रवाद को आगे किया था. पूरा चुनाव धारा 370, आतंकवाद और पाकिस्तान के नाम पर लड़ा गया था.
बीजेपी के इस प्रचार के सामने कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं था. शरद पवार ने ही अकेले मोर्चा संभाल रखा था. एक चुनावी रैली में जब शरद पवार ने कहा कि राज्य के चुनाव में धारा 370 का क्या काम, कश्मीर से महाराष्ट्र के लोगों को क्या लेना-देना.
शरद पवार के इस बयान को ख़ुद पीएम मोदी ने दूसरे चुनावी रैली में उछाला था. पीएम मोदी ने ऐसी बात करने वालों को डूब मरने की नसीहत दी थी.
फ़िलहाल जो रुझान राज्य से आ रहे हैं उसमें शरद पवार की पार्टी, राष्ट्रवादी पार्टी फ़िलाहल 50 सीटों पर आगे चल रही है. ज़ाहिर सी बात है कि ये कोई अच्छी बढ़त नहीं है लेकिन राष्ट्रवादी के ब्रेकर ने राज्य में बीजेपी की तेज़ रफ़्तार गाड़ी पर ब्रेक लगाने में सफल होती दिख रही है.
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